मेरे प्यार की पहली निशानी हो तुम।

मेरे प्यार की पहली निशानी हो तुम  

मेरे जज्बातों की पहली कहानी हो तुम।।  


मेरे  आँखों की पहली बारिश हो तुम  

मेरे सपनों की पहली सिफारिश हो तुम।।  


मेरे उलझनों की पहली सुलझन हो तुम  

मेरे धड़कनों की पहली धड़कन हो तुम।। 


मेरे मुस्कराहट की पहली आगाज़ हो तुम  

मेरे दिल की पहली आवाज़ हो तुम।।  


मेरे काव्य की पहली मुक्तक हो तुम 

मेरे यादों की पहली पुस्तक हो तुम।।  

 

मेरे प्यार की पहली झलक हो तुम  

मेरे पलकों की पहली पलक हो तुम।।  


मेरे दिल की पहली विधायक हो तुम  

मेरे हर निर्णय की पहली निर्णायक हो तुम।। 

                                                              . . . शुभम सिंह

  

 

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