love at best

हमारी मेहनत उनसे मिलने की  नाकाम  होती रही।  

और वह हमारी मोहब्बत को  मन का  फितूर  कहती  रही।। 

फिर हमारी मोहब्बत और  मेहनत थक कर  बिकने आयी  बाजार में।

पर उसकी  नीलामी  लेने  वाला  कोई  न  रहा इस  संसार में।। 

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