तू जब अपने घुंघराले बालों को छूती है, तो चूमता है तुझे मेरा यह दिल,

तू जब कत्लेआम करती है इन निगाहों से , धड़कता है मेरा दिल।

ए खुदा पता ही नही चलता की,
इसे धड़काने वाला तू है या मेरी दिल रुबा।

Comments

Post a Comment

Popular posts from this blog

SOME BEAUTIFUL LINES ...

मोहब्बत की डुबकियाँI